Heart Attack कैसे होता है? इसका मुख्य लक्षण, कारण, उपचार in Hindi

Published Balindra Kumar |

Date: 2023-12-20

Heart Attack कैसे होता है? इसका मुख्य लक्षण, कारण, उपचार in Hindi


Heart Attack कैसे होता है? इसका मुख्य लक्षण, कारण, उपचार in Hindi

हार्ट अटैक(Heart attack) एक health problem होता है जो हृदय के मांसपेशियों को नुकसान पहुंचाती है जिसका मुख्य कारण heart की arteries में blood circulation  नहीं होता पाती है।  इसका मुख्य कारण है :-

लिपिड प्लैक जमा होना(Lipid plaque accumulation): arteries की walls पर लिपिड प्लैक जमा हो जाती है, जिससे arteries  की चौड़ाई में कमी होती है और blood circulation सही से नहीं हो पता है। 

आक्सीजन की कमी(Lack of oxygen): Arteries में blockage होने के कारण हृदय को पूरी तरह से आक्सीजन नहीं मिल पाता है, जिससे हार्ट अटैक होने की possibility बढ़ जाती है। 

हृदय मांसपेशियों का मौत(Death of heart muscle): यदि arteries में blockage इतनी बढ़ जाए कि रक्तसंचार पूरी तरह से रुक जाए, तो हृदय के एक हिस्से की मांसपेशियों को आक्सीजन की कमी हो जाती है और वहां की cells death कर जाती है। 

हृदय अटैक के लक्षण: इसके लक्षण में दर्द, बीचों-बीच चेस्ट में जलन, छाती में भारीपन, श्वास की कमी, उल्टी, चक्कर आना और थकान शामिल हो सकती हैं।

हृदय अटैक का खतरा विभिन्न कारणों से बढ़ सकता है जैसे कि तंबाकू उपयोग, उच्च रक्तचाप, उच्च शरण और आलसी जीवनशैली। यह जीवनशैली में परिवर्तन करके, स्वस्थ खानपान, और नियमित व्यायाम करके आप इस खतरे को कम कर सकते हैं।

महत्वपूर्ण जानकारी इसे भी पढिये।

Heart attack symptoms in woman/female/men in hindi

हार्ट अटैक के लक्षण in hindi : heart attack ke lakshan
  1. छाती में दर्द या बीचों-बीच जलन: अक्सर छाती के केंद्र में दर्द होता है, जिसे लोग बीचों-बीच जलन भी महसूस कर सकतेहै। 
  2. श्वास की कमी या तकलीफ: व्यक्ति को श्वास लेने में कठिनाई या तकलीफ हो सकती है। 
  3. ऊपरी शरीर में छाती, कंधों, बाजुओं में दर्द: दर्द आपके ऊपरी हिस्सों में भी महसूस हो सकता है। 
  4. उल्टी या अचानकी थकान: हृदय अटैक के साथ उल्टी या अचानकी थकान का अहसास हो सकता है। 
  5. हड्डीयों और pelvis में दर्द: यह दर्द शोचनीय हो सकता है और अक्सर छाती में बीचों-बीच होने वाले दर्द के साथ आता है। 
  6. Breathlessness (श्वास की कमी): व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई महसूस हो सकती है। 

हार्ट अटैक कितनी बार आता है? Heart attack kitne bar aata hai?

हार्ट अटैक कितनी बार आता है, यह व्यक्ति की स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करता है। आमतौर पर, हार्ट अटैक एक बार होता है और इसके बाद व्यक्ति को उपचार और बदलते जीवनशैली के माध्यम से आगे के हार्ट अटैक के खतरे को कम किया जा सकता है।

हालांकि, कुछ लोगों को एक से अधिक हार्ट अटैक हो सकते हैं, विशेषकर जिनमें रिस्क फैक्टर्स जारी रहते हैं या जो अपने स्वास्थ्य का ध्यान नहीं रखते हैं। यह अधिकतर मामले में उच्च रक्तचाप, उच्च कोलेस्टेरॉल, डायबिटीज, धूम्रपान, और आलसी जीवनशैली से संबंधित हो सकता है।

समझना महत्वपूर्ण है कि हार्ट अटैक का जोखिम को कम करने के लिए स्वस्थ जीवनशैली, नियमित व्यायाम, सही आहार, और नियमित चेकअप का महत्व है। अगर किसी को हार्ट अटैक के लक्षण हों तो उन्हें तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।

हार्ट की सबसे अच्छी जांच कौन सी है?

हृदय स्वास्थ्य की जांच के लिए कई प्रकार की जांचें हैं, और सबसे अच्छी जांच व्यक्ति के स्वास्थ्य की स्थिति पर निर्भर करती है। कुछ मुख्य जांचें निम्नलिखित हैं:

  1. 1. ECG (Electrocardiogram): यह जांच हृदय की गतिविधि को मापती है और आपके दिल की धड़कन को ग्राफ़िकल रूप में प्रदर्शित करती है।

  2. 2. स्ट्रेस टेस्ट (Stress Test): इसमें व्यक्ति को व्यायाम के दौरान ECG की जांच की जाती है, जिससे हृदय की स्थिति और रक्तसंचार का मूल्यांकन किया जा सकता है।

  3. 3. Echocardiogram: यह जांच हृदय की ध्वनि तथा छायाचित्रण के माध्यम से हृदय की संरचना की जाँच करती है।

  4. 4. रक्तपरीक्षण (Blood Tests): रक्तपरीक्षण से लिपिड प्रोफाइल, कोलेस्टेरॉल स्तर, और दूसरे महत्वपूर्ण अंशों की मात्रा की जाती है जो हृदय स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं।

  5. 5. कैथेटरीजेशन (Cardiac Catheterization): इस प्रक्रिया में एक कैथेटर को धमनी के माध्यम से हृदय में डाला जाता है ताकि चिकित्सक धमनियों और हृदय की स्थिति का सटीक अध्ययन कर सकें।


    यदि आपको हृदय से संबंधित किसी समस्या का संदेह है, तो आपको अपने चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए ताकि उन्हें आपकी व्यक्तिगत स्थिति के आधार पर सबसे उपयुक्त जांच निर्धारित कर सकें।


    Tumour Kya Hota Hai (Cancer Kya Hota Hai)


    हार्ट अटैक के बाद सावधानियां


    हार्ट अटैक के बाद, व्यक्ति को अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना बहुत महत्वपूर्ण है। यहां कुछ सावधानियां हैं:

    1. डॉक्टर की सुनिश्चित उपदेशों का पालन करें: डॉक्टर द्वारा दिए गए उपचार और दवाओं का सही तरीके से पालन करें।

    2. हार्ट अटैक से बचने और हृदय स्वास्थ्य को सुधारने के लिए कुछ योगाभ्यास हो सकते हैं। लेकिन, किसी भी नए योग प्रशिक्षक या चिकित्सक से सलाह प्राप्त करना सबसे अच्छा है। यहां कुछ सामान्य योग आसन हैं जो हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं: ताड़ासन (Mountain Pose): हृदय को मजबूत करने के लिए इस आसन को करें। भुजंगासन (Cobra Pose): रक्तसंचार को सुधारने में मदद कर सकता है। पश्चिमोत्तानासन (Seated Forward Bend): स्नायुशुल्क स्तिथि को कम करने में सहायक हो सकता है। अनुलोम-विलोम (Alternate Nostril Breathing): सांस को नियंत्रित करने और तनाव को कम करने के लिए अच्छा है।

      Tags

Today Latest Live News Updates

Business

Life Style

Mobile

Internet

Software

Computer

Digital Marketing

Youtube Tourist Place Vlog

Website Design Cost