हैकिंग एक प्रक्रिया है जिसमें कोई व्यक्ति (हैकर) सिस्टम, नेटवर्क या डिवाइस की सुरक्षा को बायपास कर एक्सेस प्राप्त करता है। यह सकारात्मक और नकारात्मक दोनों उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है।
एथिकल हैकिंग साइबर सुरक्षा को मजबूत करने के लिए की जाती है। यह कंपनियों और सरकारों को साइबर हमलों से बचाने में मदद करती है।
एक एथिकल हैकर बनने के लिए निम्नलिखित कौशल महत्वपूर्ण हैं:
भारत में साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं। साइबर सुरक्षा कानून (IT Act 2000) के तहत कई प्रावधान किए गए हैं, जो डिजिटल अपराधों को नियंत्रित करते हैं।
डीप वेब और डार्क वेब इंटरनेट का छिपा हुआ हिस्सा है, जहां गैरकानूनी गतिविधियाँ भी होती हैं। इसका उपयोग अनाम संचार और डेटा एक्सचेंज के लिए किया जाता है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग अब साइबर सुरक्षा और हैकिंग दोनों में किया जा रहा है। AI-आधारित सुरक्षा सिस्टम तेजी से साइबर हमलों की पहचान कर सकते हैं।
साइबर हमलों से बचने के लिए निम्नलिखित सावधानियां बरतनी चाहिए:
एथिकल हैकिंग कानूनी होती है, लेकिन अनैतिक (Black Hat) हैकिंग गैरकानूनी होती है।
हां, यदि आप इसे साइबर सुरक्षा के लिए उपयोग कर रहे हैं तो यह एक अच्छी करियर ऑप्शन हो सकता है।
हां, Python, C, और JavaScript जैसी प्रोग्रामिंग भाषाओं की समझ होना आवश्यक है, खासकर एथिकल हैकिंग में।
Today Latest Live News Updates
Business
Life Style
Mobile
Internet
Software
Computer
Digital Marketing
Youtube Tourist Place Vlog