जब हमारे बॉडी में असामान्य रूप से cells का ग्रोथ होने लगता है और वह सभी cells एक ग्रुप का फार्मेशन करता है तो उसी को हमलोग tomour के नाम से जानते है। tumour का प्रोडक्शन हमारे बॉडी में कही भी हो सकता है। जैसे- skin , bone, tissue gland .
ट्यूमर tissue का एक solid mass होता है। यह कैंसर हो भी सकता है और नहीं भी। cyst एक स्माल बैग लाइक स्ट्रक्चर होती है जिसमें liquid , air या solid मैटेरियल्स पाए जाते है । अधिकांश सिस्ट कैंसर नहीं होते हैं। ह्यूमन बॉडी में २ प्रकार के tumor पाए जाते है जिसमे एक Benign tumor और दूसरा Malignant tumor होता है।
1. बिनाइन ट्यूमर क्या है:-
यह non-cancerous tumor होता है जो हमारे बॉडी के आस पास के tissue को इफ़ेक्ट नहीं करता है। जैसे - osteomas, meningiomas , schwannomas,pituitary adenomas.
2. Malignant tumor क्या है:-
यह cancerous tumor होता है, जो हमारे बॉडी के आस पास के सभी cells या टिश्यू को अटैक करता है, और सभी को इफ़ेक्ट करता है इस तरह यह बॉडी के सभी भागो तक पहुंच जाता है। यह कैंसर बहुत ही घातक होता है जिसको कुछ टाइम तक ओनली रोका जाया जा सकता है लेकिन इसका परमानेंट ट्रीटमेंट नहीं हो सकता है।
Malignant tumors कितने प्रकार के होते है ?
brain tumor का इलाज वैसे जगह होता है जहाँ पर ब्रेन के डॉक्टर होते है और कैंसर का डॉक्टर होते है यही दोनों प्रकार का डॉक्टर ब्रेन tumor का इलाज करते है। आजकल बहुत सारे हॉस्पिटल बन चूका है जहाँ पर ब्रेन कैंसर का ट्रीटमेंट किया जाता है जैसे -
बेस्ट ब्रेन tumor सर्जरी हॉस्पिटल लिस्ट इंडिया
अगर आपको ब्रेन में कहीं पर सीवियर injury यानि चोट लग गया है और ब्लीडिंग हो रहा है तो आप ब्रेन वाले हॉस्पिटल में जाएंगे जहाँ पर ब्रेन का इलाज होता हो वहां पर आपको 4 से 8 week लग सकता है रिकवर होने में और कुछ दिन तक mild headaches, Behavior changes और Difficulty walking भी आपको हो सकती है। ब्रेन में जहाँ पर इंजरी हुई है उसको ठीक होने में कुछ दिन टाइम लग सकता है। अगर आपको कुछ ज्यादा ही इंजरी हो गई है यानि ब्रेन पूरी तरह डैमेज हो गया है तो आपको बहुत कठिनाई का सामना करना पड़ेगा क्युकी इसमें ब्रेन सर्जरी के बाद अगर डॉक्टर अच्छा से आपकी ट्रीटमेंट करता है तो आपको ज्यादा प्रॉब्लम नहीं आएगी नहीं तो ब्रेन सर्जरी के बाद पेशेंट के सामने कुछ प्रॉब्लम उभर कर आते है जैसे - physical disabilities,life-changing और Memory loss.
लिवर हमारे बॉडी का लार्जेस्ट ऑर्गन तथा लार्जेस्ट gland होता है जो की abdomen के राइट साइड में stomach के ऊपर portion और diaphragm के निचे के भाग में प्रेजेंट होता है। यह लगभग 500 essential tasks को कम्पलीट करता है।
जब हमारे लिवर में असामान्य रूप से सेल्स का growth होने लगता है तब यह एक सॉलिड का फॉर्म ले लेता है और कैंसर यानि tumor में कन्वर्ट हो जाता है , जिसे hepatocellular carcinoma कैंसर कहते है जो की लिवर के main cells hepatocyte से स्टार्ट होता है।
लिवर कैंसर बहुत प्रकार का होता है जैसे - Intrahepatic , cholangiocarcinoma और hepatoblastoma इतियादी।
अगर आपको ब्रेन में कहीं पर सीवियर injury यानि चोट लग गया है और ब्लीडिंग हो रहा है तो आप ब्रेन वाले हॉस्पिटल में जाएंगे जहाँ पर ब्रेन का इलाज होता हो वहां पर आपको 4 से 8 week लग सकता है रिकवर होने में और कुछ दिन तक mild headaches, Behavior changes और Difficulty walking भी आपको हो सकती है। ब्रेन में जहाँ पर इंजरी हुई है उसको ठीक होने में कुछ दिन टाइम लग सकता है। अगर आपको कुछ ज्यादा ही इंजरी हो गई है यानि ब्रेन पूरी तरह डैमेज हो गया है तो आपको बहुत कठिनाई का सामना करना पड़ेगा क्युकी इसमें ब्रेन सर्जरी के बाद अगर डॉक्टर अच्छा से आपकी ट्रीटमेंट करता है तो आपको ज्यादा प्रॉब्लम नहीं आएगी नहीं तो ब्रेन सर्जरी के बाद पेशेंट के सामने कुछ प्रॉब्लम उभर कर आते है जैसे - physical disabilities,life-changing और Memory loss
लिवर हमारे बॉडी का लार्जेस्ट ऑर्गन तथा लार्जेस्ट gland होता है जो की abdomen के राइट साइड में stomach के ऊपर portion और diaphragm के निचे के भाग में प्रेजेंट होता है। यह लगभग 500 essential tasks को कम्पलीट करता है।
जब हमारे लिवर में असामान्य रूप से सेल्स का growth होने लगता है तब यह एक सॉलिड का फॉर्म ले लेता है और कैंसर यानि tumor में कन्वर्ट हो जाता है , जिसे hepatocellular carcinoma कैंसर कहते है जो की लिवर के main cells hepatocyte से स्टार्ट होता है।
लिवर कैंसर बहुत प्रकार का होता है जैसे - Intrahepatic , cholangiocarcinoma और hepatoblastoma इतियादी।
लीवर कैंसर तब होता है जब लीवर कोशिकाएं अपने डीएनए में changes यानि म्यूटेशन करती हैं। एक कोशिका का डीएनए वह content है जो आपके शरीर में हर रासायनिक प्रक्रिया के लिए निर्देश प्रदान करती है। डीएनए उत्परिवर्तन इन निर्देशों में परिवर्तन का कारण बनते हैं। एक परिणाम यह है कि कोशिकाएं नियंत्रण से बाहर होने लगती हैं और लास्ट में एक ट्यूमर का निर्माण करती हैं कैंसर cell एक ग्रुप का फार्मेशन कर लेती है।
कभी-कभी यकृत यानि लिवर कैंसर का कारण ज्ञात होता है, जैसे कि पुराने हेपेटाइटिस संक्रमण के साथ। लेकिन कभी-कभी लीवर कैंसर बिना किसी underlying बीमारी वाले लोगों में होता है और यह स्पष्ट नहीं है कि इसका क्या कारण है।
Liver Cancer Symptoms:-
लिवर कैंसर का symptoms :- जब हमारे लिवर में इस टाइप का इन्फेक्शन होता है तब हमारे बॉडी में कुछ changes आने लगते है जैसे -
अगर आपको लिवर कैंसर है तो इसे ठीक करना इतना आसान नहीं है इसे कुछ टाइम के लिए prevent किया जा सकता है जो आपको थोड़ा और दिन जीने में हेल्प करेगा कुछ कैंसर होते है जो नार्मल होते है उनका ट्रीटमेंट है लेकिन कुछ कैंसर जो होते है वह बहुत ही खतरनाक होते है जो अपने आस पास के सभी सेल्स को अपने चपेट में ले लेते है और इन्फेक्टेड कर देते है जिसका इलाज नामुनकिन हो जाता है। अगर आपको लिवर कैंसर है तो डॉक्टर की सलाह लीजिये और प्रॉपर ट्रीटमेंट करवाइये क्युकी नजर अंदाज करना बहुत घातक रिजल्ट देगा।
लिवर में गांठ हो तो सर्जरी द्वारा निकला जाता है कभी कभी लिवर में lumps का फार्मेशन हो जाता है तो एब्डोमेन में दर्द होने लगता है। फीवर , वोमेटिंग और कभी कभी जॉन्डिस का भी प्रॉब्लम हो सकता है। 5 cm तक का इलाज लिवर ट्रांसप्लांट के जरिये किया जा सकता है। अगर इससे ज्यादा हो जाए तो radiosurgery द्वारा ट्रीटमेंट किया जाता है।
इस पोस्ट से हमलोग आज जाने की tumor क्या है और tumor kitane prakar ke hote hain , लिवर कैंसर क्या है कैसे ठीक करे। ये सब के बारे में हमलोग आज जान चुके है। आशा करते है मेरे जानकारी आपको अच्छी लगी होगी प्लीज शेयर कीजिये इस पोस्ट को ताकि जायदा से जायदा लोग जाने की कैंसर क्या होता है ?
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