Web Designing kya hoti hai : वेब डिज़ाइन एक ऐसा process होता है, जिसके जरिये हम किसी भी प्रकार का वेबसाइट बनाते है, और अपनी बिज़नेस को ग्रो करते है। इसमें बहुत सारी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज आती है जिसके हेल्प से एक वेब डिज़ाइनर या प्रोग्रामर वेबसाइट को क्लाइंट के अनुसार डेवेलोप करता है।
वेब डिज़ाइन कोर्स में html, css, javascript, jquery, ajax, और bootstrap इत्यादि आता है, अगर आपलोगो के पास ये सभी लैंग्वेज की जानकारी है तो आप एक वेब डिज़ाइनर का काम कर सकते है।
वेब डिज़ाइन में basically एक HTML पेज को डिज़ाइन करना होता है और अच्छी तरह से सभी कोड्स लिखने होते है, अगर एक भी कोड गलती से छूट जाए तो वेबसाइट की डिज़ाइन पूरी तरह से ख़राब हो जाती है।
अगर आप एक frontend developer है, तो आप इसे भली भाती जानते है, की वेब डिज़ाइन क्या होता है? और क्यों बनाना चाहिए। दोस्तों ! इस आधुनिक दुनिया में सबकुछ डिजिटल हो रहा है और सभी लोग इंटेरनेट के जरिये अपने बिज़नेस ग्रो करना चाहते है जिसका जरिया एक मात्रा है वेबसाइट या वेब एप्लीकेशन जो एक वेब डिज़ाइनर और वेब डेवलपर इसे डेवेलोप करते है और फिर क्लाइंट को दे दिया जाता है।
वेब डिज़ाइनर की डिमांड काफी ज्यादा होती जा रही है क्युकी सबकुछ ऑनलाइन होता ही जा रहा है, इसलिए सब कोई चाहता है की हमारी एक ऑनलाइन प्लेटफार्म हो जिसपर हम अपनी प्रोडक्ट शेयर कर सकते।
ये सभी काम एक वेब डिज़ाइनर ही पूरा कर कर सकता है।
वेब डिज़ाइन सिंपल भाषा में यह होता है कि आपके कंप्यूटर या मोबाइल डिवाइस पर जब आप किसी वेबसाइट को खोलते हैं, तो वह वेबसाइट कैसे दिखती है और कैसे काम करती है, उसका डिज़ाइन होता है। यह डिज़ाइन उपयोगकर्ताओं को आकर्षित करने के लिए होता है, उन्हें आसानी से वेबसाइट की जरूरी जानकारी प्राप्त करने में मदद करता है, और उनके लिए वेबसाइट का उपयोग करना आसान बनाता है। इसमें वेबसाइट के लेआउट, रंग, ग्राफिक्स, फ़ॉन्ट्स, और नेविगेशन के संदर्भ में विचार किए जाते हैं ताकि वेबसाइट का उपयोगकर्ता द्वारा बेहतर और सुविधाजनक माना जा सके।
वेब डिजाइनिंग कोर्स फीस लगभग 20K से लेकर 30K में पूरा हो जाएगा , जिसमे Programming लैंग्वेज में HTML, CSS, Javascript, JQuery, Ajax, PHP and MySql सीखना होता है और सॉफ्टवेयर में एडोबी फोटोशॉप , एडोबी इलस्ट्रेटर , एडोबी indesign इत्यादि सॉफ्टवेयर सीखना होता है।
जितने भी कंप्यूटर institute है उनलोगो का कोई भी fixed फीस नहीं होती है सबकी अलग अलग होती है आप चार पांच जगह पता कर लीजिये फिर एडमिशन लेके सिख सकते है। तो फ्रेंड्स हमारी जानकारी आपलोगो को कैसे लगी अगर अच्छी लगी होगी तो सोशल मीडिया पर शेयर जरूर कर दीजिये ताकि दूसरा का भी हेल्प हो सके सुक्रिया दोस्त !!
वेब डिज़ाइनर बनने के लिए आपको कंप्यूटर की जानकारी होनी चाहिए और , कंप्यूटर फील्ड में आपकी इंट्रेस्ट भी होनी चाहिए, तभी जाके आप अपनी कर्रिएर वेब डिज़ाइन के फील्ड में बना सकते है। अगर आपलोगो को कंप्यूटर फील्ड में इंट्रेस्ट है तो मैं आपलोगो को दो माधयम बताता हूँ जिसके जरिये आपलोग वेब डिज़ाइनर बन सकते है।
वेब डिज़ाइनर बनने में लगभग 8 month लग जाएगा लेकिन यह आप पर depend करता है की आप कितनी मेहनत से और कितना टाइम सीखने में लगा रहे है आप जितना टाइम अपने सीखने में लगाएंगे और प्रैक्टिकल में आप उतना जल्दी ही सिख सकते है और जॉब के लिए किसी भी सॉफ्टवेयर कंपनी में अप्लाई कर सकते है।
वेब डिज़ाइन की सैलरी पूरी तरह से experience पर depend करती है आपकी जितनी साल का एक्सपीरियंस होगा उतनी सैलरी अधिक होगी। अगर आप एक फ्रेशर हो पहले बार किसी कंपनी में अप्लाई कर रहे हो तो वहाँ पर आपकी सैलरी लगभग 10 हजार होगी या उससे कम भी हो सकती है, जैसे - जैसे exprience होता जाएगा हर ईयर आपकी सैलरी इंक्रीमेंट होती रहेगी।
वेब डिज़ाइनर की सैलरी infinitive होती है, आप फ्रीलान्स करके लाख कमा सकते है यह totally आप पर depend करता है आप किस तरह पैसा कामना चाहते है आप सैलरी बेसिस भी जॉब कंपनी में कर सकते है और एक्स्ट्रा टाइम में पार्ट टाइम भी कर सकते है फ्रेंड्स इस फील्ड में बहुत पैसा है और मांग भी बहुत ज्यादा है अगर आप चाहते है अपना लाइफ सैट करना तो कर सकते है और अपनी dream पूरा कर सकते है।
वेब डिज़ाइन मैनली दो प्रकार के होते है जिसमे एक static वेब डिजाइनिंग और दूसरा डायनामिक वेब डिजाइनिंग होती है।
Static वेब डिजाइनिंग में कोई भी कंटेंट और डिज़ाइन में चेंजिंग करनी होती है तो एक वेब डिज़ाइनर ही इसे कोडिंग में जाकर चेंज कर सकता है। यह पूरी तरह से फ्रॉन्टेन्ट एन्ड डिज़ाइन होती है जिसमे नेविगेशन मेनू , बॉडी सेक्शन और फुटर सेक्शन का डिज़ाइन कैसा रहेगा यह सभी स्टैटिक वेब डिज़ाइन में आती है।
इसमें हाइपरटेक्स्ट मार्कअप लैंग्वेज , cascading stylesheet, jquery और बूटस्ट्रैप का प्रयोग किया जाता है और वेब वेब को डिज़ाइन किया जाता है।
डायनामिक वेब डिजाइनिंग में बैकेंड को डेवेलोप किया जाता है इसका मतलब यह है की एक वेब डेवलपर वेब पेज को डेवेलोप करता है जिसे कोई भी dynamically update , delete कंटेंट और डिज़ाइन को चेंज कर सकता है यह यूजर और कस्टमर बेस्ड changable होता है।
इसमें Sever side scripting लैंग्वेज का प्रयोग किया जाता है जैसे - PHP , MySql , JAVA और asp.net
Web page की designing करना ही web designing कहलाता है। इसमें वेब पेज की स्ट्रक्चर क्रिएट की जाती है और फिर उसका स्टाइलिंग css के द्वारा की जाती है। वेब डिज़ाइन का मतलब होता है की वेब पेज में ग्राफ़िक के मदद से एक beautiful layout design करना , लेकिन यह तभी possible होता है जब हम वेब पेज graphics related वर्क करते है।
कुल मिलकर सीधी भाषा में कहा जाता है कि वेबसाइट का डिज़ाइन ही वेब डिज़ाइन कहलाता है।
Web designing course देखा जाए तो 3 इयर्स का होता है। इसमें बहुत सारी software जो graphic से रिलेटेड होती है और बहुत सारी programming language को भी सिखाया है।
Web designing course kitne din ka hota hai - Friends ! यह totally आप पर निर्भर करता है आप यह कोर्स सीखने में कितना इसमें टाइम दे रहे, आप जितना टाइम सीखने में दीजियेगा उतना ही जल्दी सिख लीजियेगा और वर्क करने के लिए रेडी भी हो जाइएगा।
वेब डिजाइनिंग html, css, javascript और jquery लैंग्वेज में की जाती है। जब हम एक वेबसाइट डेवेलोप करते है तो इन सभी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की जरूरत पड़ती है। तो आइये अब हम इन सभी लैंग्वेज के बारे में थोड़ा जान लेते है जो नए है उनके लिए ये जानना जरुरी है।
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