दीपावली कब है दीपावली क्यों मनाई जाती है?

Published Balindra Kumar |

Date: 2023-10-21

दीपावली, जो भारत में एक प्रमुख हिन्दू त्योहार है, का मतलब होता है "दीपों की पंक्ति" या "दीपों का दीप"। इसे विभिन्न प्रकार के पर्वों और उत्सवों के रूप में मनाने का अर्थ होता है। यह त्योहार भारत में खुशी और आनंद का प्रतीक है और विभिन्न कारणों से मनाया जाता है:

diwali kab hai 2023 | Dhanteras 2023 diwali me kiski puja hoti hai | दीपावली क्यों मनाई जाती है



दीपावली भारत में हिन्दू धर्म का महत्वपूर्ण त्योहार है और इसका मनाने के पीछे कई कारण हैं:

  1. धार्मिक महत्व: एक मुख्य कारण है कि दीपावली का महत्व धार्मिक है। इसे हिन्दू धर्म के अनुसार मनाया जाता है और यह मानव जीवन में धार्मिकता, सादगी, और आध्यात्मिक उन्नति के सिद्धांतों को प्रकट करता है।


  2. लक्ष्मी पूजा: दीपावली का मुख्य दिन छोटी दीपावली या धनतेरस के रूप में मनाया जाता है, जिसे लक्ष्मी पूजा के साथ मनाया जाता है। लक्ष्मी पूजा के द्वारा लोग मानव जीवन में धन, संपत्ति, और सौभाग्य की प्राप्ति की कामना करते हैं.


  3. रामायण के आदर्श: दीपावली का दूसरा महत्वपूर्ण कारण है कि यह प्रभु श्रीराम के अयोध्या लौटने के पश्चात्ताप व महाराष्ट्र के श्री वर्धमान महावीर जी के निर्वाणोत्सव के रूप में मनाया जाता है।


  4. फेस्टिवल ऑफ लाइट्स: दीपावली को "फेस्टिवल ऑफ लाइट्स" भी कहा जाता है, क्योंकि इसमें दीपकों की रौशनी के साथ मनाने का अद्वितीय माहौल होता है। लोग अपने घरों को दीपकों से सजाते हैं, जिससे अंधकार को दूर किया जाता है.


  5. समाजिक एकता और परंपरा: दीपावली एक परिवार और समुदाय के लोगों के बीच साजगर्भा बंधन और एकता का प्रतीक है। लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताते हैं, आपसी समरसता का पालन करते हैं और एक-दूसरे के साथ खुशियों का साझा करते हैं.


    विजयादशमी के बाद का पर्व: दीपावली विजयादशमी के बाद मनाया जाता है, जिसे विजयादशमी के बाद का पर्व भी कहा जाता है। इस त्योहार का मतलब होता है कि बुराई पर अच्छाई की विजय होती है और जीवन में सुख और समृद्धि आती है.


    खेती और व्यापार का सम्बन्ध: दीपावली के समय किसान अपने खेतों को तैयार करते हैं, और व्यापारी व्यवसाय को नए साल के लिए शुभ आरंभ करते हैं। धनतेरस पर व्यापारी व्यक्ति अपने व्यापार के खाता-बही को साफ करके नए लेखा-जोखा का आरंभ करते हैं.


    विभिन्न पर्वनों के रूप: भारत के विभिन्न क्षेत्रों में दीपावली को विभिन्न रूपों में मनाया जाता है, जैसे कि उत्तर भारत में रामलीला और दशहरा के बाद दीपावली की धूमधाम से पूजा किया जाता है.


    वसुबरस (गोवत्स द्वादशी): दीपावली के बाद का दिन वसुबरस या गोवत्स द्वादशी के रूप में मनाया जाता है, जिसमें गौ माता की पूजा की जाती है और गौशाला में गौवंश की देखभाल की जाती है.


    दीपों की रौशनी: दीपों की रौशनी का महत्वपूर्ण हिस्सा है। दीपावली पर, लोग घरों की छतों, द्वारों और खिड़कियों पर दीपक जलाते हैं, जिससे अंधकार को दूर किया जाता है। 



    दिवाली में घूमने की जगह : diwali me ghumne ki jagah


    दीपावली के मौके पर घूमने के लिए कुछ प्रमुख जगह भारत भर में हैं, जो खास रूप से त्योहार के अवसर पर आकर्षित करती हैं:


    वाराणसी (Varanasi, उत्तर प्रदेश): वाराणसी गंगा नदी के किनारे स्थित है और यहाँ पर गंगा आरती का दर्शन करना दीपावली के अवसर पर अत्यंत मान्य है।


    जयपुर (Jaipur, राजस्थान): जयपुर राजस्थान की राजधानी है और इसे "गुलाबी शहर" के नाम से जाना जाता है। यहाँ पर दीवारों पर आदर्श रंगों की रंगोलियां बनती हैं और त्योहार का माहौल मनोरंजन से भरपूर होता है।


    अमृतसर (Amritsar, पंजाब): दीपावली के अवसर पर स्वर्ण मंदिर (Golden Temple) अपनी बेहद प्राचीन और रवाना रुख दिखाता है, और यहाँ लाखों पिलग्रिम्स आते हैं.


    गोवा (Goa): दीपावली के मौके पर गोवा एक अच्छी छुट्टी के स्थान के रूप में जाना जाता है, जहाँ पर्व को बीच-बीच में समुदाय के साथ मनाया जाता है और अत्यधिक आनंद किया जाता है.


    कोची (Kochi, केरल): केरल के दक्षिण की ओर कोची एक अच्छी गंदगी मुक्त छुट्टी के स्थान के रूप में जाना जाता है और यहाँ पर विविध दीपावली पर्वनों का आयोजन किया जाता है।


    दीपावली के इस पावन अवसर पर, आपके जीवन में नई उम्मीदें और नई शुरुआतें हों। आपको और आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ!

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