प्रोग्रामिंग लैंग्वेज क्या है और इसके प्रकार Programming in Hindi?

Programming kya hai : प्रोग्रामिंग लैंग्वेज क्या है और इसके प्रकार Programming in Hindi? हेलो फ्रेंड्स आज मै आपलोगो को एक बहुत अच्छे सब्जेक्ट की ओर लेकर जा रहे है जिसकी डिमांड आने वाले इस डिजिटल वर्ल्ड में बहुत अधिक होगी तो जो लोग सोच रहे है, की मै एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहते हूँ , और एक सफल प्रोग्रामर बनना चाहते है, तो ये टॉपिक उनके लिए है।

क्या आप कंप्यूटर प्रोग्रामिंग क्या है और प्रोग्रामिंग भाषा कितने प्रकार की होती है? प्रोग्राम कैसे किया जाता है? आज हमलोग इसी सब्जेक्ट पर डिसकस करेंगे। तो चलिए फ्रेंड्स आगे की तरफ चलते है।

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प्रोग्रामिंग सॉफ्टवेयर क्या है हिंदी में? - Programming software kya hai in hindi

प्रोग्रामिंग सॉफ्टवेयर एक ब्लॉक ऑफ़ कोड होता है जो डेवलपर द्वारा किया जाता है किसी भी एप्लीकेशन या सॉफ्टवेयर को किसी काम को पूरा करने के लिए बनाया जाता है। जैसे - बैंक की सॉफ्टवेयर होती है , मोबाइल एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर होती है, कंप्यूटर में windows के सॉफ्टवेयर होते है। यह सभी अलग अलग कार्य को पूरा करते है और इनका कोड भी अलग अलग लिखा गया है इसी को हम प्रोग्रामिंग सॉफ्टवेयर कहते है।

Computer Programming kya hai

प्रोग्रामिंग से आप क्या समझते हैं?

programming languages , एल्गोरिदम, डेटा संरचना, वेब विकास, मोबाइल एप्लिकेशन विकास, मशीन लर्निंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा साइंस, डेटाबेस, सिक्योरिटी, नेटवर्किंग, ऑपरेटिंग सिस्टम आदि से संबंधित होता है।

प्रोग्रामिंग एक क्रिया है जिसमें एक कंप्यूटर या दूसरी संचार मशीन को निर्देशित किया जाता है कि वह विशेष कार्यों को कैसे करें। इसका मतलब है कि एक प्रोग्रामर एक संचार माध्यम के माध्यम से कंप्यूटर को निर्देशित करता है ताकि यह विशेष कार्य संपादित कर सके और उपयोगकर्ताओं के आवश्यकताओं को पूरा कर सके।

कंप्यूटर प्रोग्रामिंग एक ऐसा processor है , जिसके जरिये कंप्यूटर को instruction दिया जाता है कोई भी टास्क को पूरा करने के लिए।

जैसा की आप लोग जानते है, की कही भी आज वर्क हो रहा है सब ऑनलाइन ही हो रहा है जो भी काम हो रहा है वह सब सॉफ्टवेयर पर काम हो रहा है इसलिए आज के ज़माने में सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग का मांग बहुत अधिक हो गया है। सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के हेल्प से बनाए जाते है जिसमे एक प्रोग्रामर बैकेंड में कोड लिखता है जो की हमे फ्रॉंटेंड पर डिस्प्ले होता है और हम उसका यूज़ अपने डेली लाइफ में करते है जैसे - मोबाइल अप्प।

प्रोग्रामिंग के हेल्प्स से वेब एप्लीकेशन जैसे वेबसाइट बनाए जाते है जहाँ से हमे डाटा यानि इनफार्मेशन किसी भी चीज का मिलता है।

प्रोग्रामिंग कैसे किया जाता है ? प्रोग्रामिंग भाषा का परिचय

प्रोग्रामिंग एक ऐसी डिजिटल दुनियाँ है , जिससे कोई भी कार्य को ह्यूमन के comparison में जल्दी पूरा किया जा सकता है। इसमें गलती होने का कोई भी चांस नहीं होता है। एक बार कंप्यूटर में प्रोग्रामर प्रोग्रामिंग कर देता है , फिर उस सॉफ्टवेयर से कोई भी काम ले सकता है जिस पर्पस के लिए बनाया गया, उस पर्पस रिलेटेड वर्क को काम में ले सकता है।

Computer Programming क्या है इन हिंदी?

कंप्यूटर प्रोग्रामिंग एक ऐसे लैंग्वेज है जो यूजर को allow करते है ऐसे लैंग्वेज में इंस्ट्रक्शन देना जिससे कंप्यूटर समझ सके कंप्यूटर और ह्यूमन में बहुत डिफरेंस है जैसे कंप्यूटर की अपने बहुत सरे लैंग्वेज होती है ठीक वैसे ही ह्यूमन की अपने लैंग्वेज होती है। कंप्यूटर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को समझता है जिसे बाइनरी कहते है।

कंप्यूटर प्रोग्रामर कोड लिखकर और Testing करके कंप्यूटर को Execute करने के लिए Instructions बनाते हैं जो एप्लिकेशन और सॉफ्टवेयर प्रोग्राम को सफलतापूर्वक Operate करने में सक्षम बनाता है। कंप्यूटर प्रोग्रामर Specific Tasks का एक सेट करने के लिए कंप्यूटर और कंप्यूटर नेटवर्क प्राप्त करने के लिए कंप्यूटर, एप्लिकेशन और अन्य प्रणालियों के साथ Communicate करने के लिए Specialized languages का उपयोग करते हैं।

प्रोग्रामिंग भाषा (लैंग्वेज)के गुण तथा प्रोग्रामिंग भाषा (लैंग्वेज) की विशेषताएं :-

  • क्लैरिटी , सिम्पलिसिटी और यूनिटी होना चाहिए।
  • प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सिंपल जिसे कोई भी लिख सके, प्रयोग कर सके, रीड कर सके, और ह्यूमन recognizable होना चाहिए।
  • प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में अब्स्ट्रक्शन होनी चाहिए जिसमे काम्प्लेक्स स्ट्रक्चर डिफाइन करने के एबिलिटी होनी चाहिए।
  • प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की एफिशिएंसी बहुत हाई होनी चाहिए जिसे आसानी से मशीन कोड में चेंज किया जा सके और एक्सेक्यूट के टाइम कम मेमोरी स्पेस का consume करे।
  • प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सिंटेक्स और सेमांटिक्स के टर्म में कंसिस्टेंट होनी चाहिए।
Programming language kya hai or Kitane Prakar ke hote hai

Computer Programming language कितने प्रकार के होते है?

Classification of Programming Language - कंप्यूटर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को मैनली 3 भागो में बाँटा गया है।

  • 1. Machine Language
  • 2. Assembly Language
  • 3. High Level Language

1. Machine Language क्या है ?

मशीन लैंग्वेज को low level language के नाम से भी जाना जाता है और यह बहुत ही अच्छी लैंग्वेज होती है। क्युकी इनमे लिखे गए प्रोग्राम को डायरेक्ट execute किया जाया जा सकता है।

मशीन लैंग्वेज में जितने भी सॉफ्टवेयर बनाये जाते है उसमे मेमोरी स्पेस कम लगता है और सॉफ्टवेयर बहुत फ़ास्ट वर्क करता है।

मशीन लैंग्वेज बाइनरी सिस्टम का उपयोग करती है जिसमे डाटा 0 और 1 के रूप में होता है। इसे समझना बहुत डिफिकल्ट होता है इसे डायरेक्ट central processing unit द्वारा समझा जाया जा सकता है।

"हैलो वर्ल्ड" टेक्स्ट के लिए मशीनी भाषा का उदाहरण। 01001000 0110101 01101100 01101100 01101111 00100000 01010111 01101111 01110010 01101100 01100100।

2. Assembly Language क्या है?

असेंबली लैंग्वेज को सेकंड लेवल जनरेशन लैंग्वेज भी कहा जाता है इसका उपयोग ज्यादा तर ऑपरेटिंग सिस्टम और डिफरेंट टाइप्स के डेस्कटॉप एप्लीकेशन के लिए किया जाता है।

किसी भी कंप्यूटर में प्रोसेसर के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली प्रोग्रामिंग लैंग्वेज असेंबली लैंग्वेज होती है। इस लैंग्वेज में सर्टेन ड्रॉबैक्स होता है क्युकी इसके प्रोग्राम में किसी प्रकार का variable और function नहीं होता है।

यह डिफरेंट प्रोसेसर पर पोर्टेबल नहीं होता है। assembly language उसी structure एंड instruction को follow करती है जो मशीन लैंग्वेज फॉलो करती है लेकिन इसमें असेंबली लैंग्वेज नंबर यानि संख्या के स्थान पर नमो यानि letter का प्रयोग करती है। असेम्बली भाषा का प्रयोग करते हुए किए जाने वाले कार्य बहुत तेज होते हैं। जब high-level language की तुलना की जाती है तो operation बहुत तेज होता है।

3. High-Level Language क्या है?

High-level language का development तब हुआ जब programmers को programs लिखने में समस्या का सामना करना पड़ा, क्योंकि पुरानी language में portability की समस्या थी, जिसका मतलब है, कि एक मशीन में लिखे गए कोड को दूसरी मशीनों में ट्रांसफर नहीं किया जा सकता था। इस प्रकार high-level language का development हुआ

High-level language को समझना आसान है, और कोड को आसानी से लिखा जाया जा सकता है क्योंकि लिखे गए programs high-level language में users के अनुकूल होते हैं।

high-level language में लिखे गए कोड का अन्य लाभ यह है कि कोड कंप्यूटर सिस्टम से independent होता है जिसका अर्थ यह है कि कोड को अन्य मशीनों में transferred किया जा सकता है।

high-level language abstraction की concept का उपयोग करती है और computer hardware components जैसे register utilization या memory utilization पर ध्यान focus करने के बजाय programming language पर भी ध्यान केंद्रित करती है।

High-level language का विकास एक प्रोग्रामर के लिए human-readable program लिखने के लिए किया जाता है जिसे कोई भी users आसानी से समझ सकता है। इस्तेमाल किए गए syntax used and the programming style को मनुष्य आसानी से समझ सकते हैं यदि इसकी compare low-level language से की जाए। एक high-level language में एकमात्र आवश्यकता compiler की आवश्यकता होती है।

high-level language में लिखे गए program को computer system द्वारा सीधे नहीं समझा जा सकता है। high-level language के execution से पहले, इसे machine level language में convert करने की आवश्यकता होती है। high-level language के उदाहरण C++, C, JAVA, FORTRAN, Pascal, Perl, Ruby और Visual Basic हैं।

कंप्यूटर के बारे में कुछ इम्पोर्टेन्ट पॉइंट इसे भी देख लीजिये

कंप्यूटर प्रोग्रामिंग क्यों महत्वपूर्ण है?

हो सकता है कि आपने पहले से ही सॉफ़्टवेयर का उपयोग किया हो, शायद word processing या spreadsheets के लिए, problems को हल करने के लिए। शायद अब आप यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि programmers software कैसे लिखते हैं। एक program step-by-step instructions का एक set है जो कंप्यूटर को उन task को करने के लिए निर्देशित करता है जो आप चाहते हैं और results आप चाहते हैं।

programming सीखने के कम से कम तीन अच्छे reasons हैं:

  • 1. Programming आपको कंप्यूटर को समझने में मदद करती है। कंप्यूटर केवल एक tool है। यदि आप simple programs लिखना सीखते हैं, तो आप इस बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करेंगे कि कंप्यूटर कैसे काम करता है।
  • 2. कुछ simple programs लिखने से आपका confidence level बढ़ जाता है। बहुत से लोग किसी समस्या को हल करने वाले instructions का एक set बनाने में बहुत personal satisfaction पाते हैं।
  • 3. प्रोग्रामिंग सीखना आपको जल्दी से यह पता लगाने देता है कि क्या आपको प्रोग्रामिंग पसंद है और क्या आपके पास प्रोग्रामर की जरूरत के हिसाब से analytical turn है। यहां तक ​​कि अगर आप यह तय करते हैं कि प्रोग्रामिंग आपके लिए नहीं है, तो इस प्रक्रिया को समझने से निश्चित रूप से आपकी सराहना बढ़ेगी कि प्रोग्रामर और कंप्यूटर क्या कर सकते हैं।

एक set of rules जो कंप्यूटर को यह बताने का एक तरीका प्रदान करता है कि कौन से operations perform करने हैं, programming language कहलाती है। हालाँकि, केवल एक programming language नहीं है; वहां कई हैं। इस article में आप प्रोग्रामिंग की प्रक्रिया के माध्यम से कंप्यूटर को नियंत्रित करने के बारे में जानेंगे। आप यह भी जान सकते हैं कि आप एक प्रोग्रामर बनना चाहते हैं।

एक प्रोग्रामर का जीवन: प्रोग्रामर क्या करते हैं ?

सामान्य तौर पर, प्रोग्रामर का काम कंप्यूटर के लिए समस्या समाधान को instructions में बदलना है।(Programming kya hai) अर्थात्, प्रोग्रामर एक कंप्यूटर प्रोग्राम के instructions तैयार करता है और उन instructions को कंप्यूटर पर चलाता है, यह देखने के लिए प्रोग्राम का test करता है कि क्या यह ठीक से काम कर रहा है, और प्रोग्राम में सुधार करता है। प्रोग्रामर program पर एक report भी लिखता है। ये सभी activities user की ज़रूरत को पूरा करने में मदद करने के उद्देश्य से की जाती हैं, जैसे employees को billing करना, customers को बिल देना, या छात्रों को कॉलेज में प्रवेश देना।

Conclusion

इस Article से हमलोग आज सीखे की [Programming kya hai - programming kitne prakar ke hote hai] प्रोग्रामिंग क्या है प्रोग्रामिंग कितने प्रकार के होते है एक प्रोग्रामर बनाने के लिए क्या क्या जरुरत होती है। मशीन लैंग्वेज क्या है असेंबली लैंग्वेज क्या है हाई लेवल लैंग्वेज क्या है ये सभी लैंग्वेज के बारे में आज हमलोग जाने। एक प्रोग्रामर का लाइफ कैसा होता है और वो क्या कर सकता है। आशा करते है आपलोग अच्छे से पढ़ लिए होंगे अगर किसी को जरुरत हो प्रोग्रामिंग सीखना तो उनको भी शेयर कर दीजिये।

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