Bone health supplements in hindi : हड्डियों को प्राकृतिक रूप से कैसे मजबूत करे
Published Admin |
Date: 2023-03-28
Bone health supplements in hindi : मैं अपनी हड्डियों को प्राकृतिक रूप से कैसे मजबूत कर सकता हूं? अपनी हड्डियों को प्राकृतिक रूप से मजबूत बनाने के लिए कुछ उपाय हैं जिन्हें आप अपनी रूचि और उपलब्धता के अनुसार अपना सकते हैं। अधिक कैल्शियम लें: हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए कैल्शियम बहुत आवश्यक होता है। अधिक कैल्शियम वाले आहार जैसे दूध, दही, छाछ, पनीर, ब्रोकली, सोयाबीन, आदि खाने से आपकी हड्डियों को अधिक कैल्शियम मिलेगा जो उन्हें मजबूत बनाएगा।
विटामिन डी लें: विटामिन डी भी हड्डियों के लिए बहुत आवश्यक होता है। सूर्य की किरणों से विटामिन डी प्राप्त करने के लिए समय-समय पर धूप में बैठें और विटामिन डी युक्त आहार जैसे अंडे, मछली, तिल, आदि खाएँ।
व्यायाम करें: नियमित व्यायाम करने से आपकी हड्डियों को शक्ति मिलती है और वे मजबूत होती हैं। अपने शारीर को स्ट्रेच करने के लिए योग कर सकते हैं या फिर वजन उठाने जैसे व्यायाम कर सकते हैं।
बोन हेल्थ सप्लीमेंट कौन कौन से है ?
कुछ बोन हेल्थ सप्लीमेंट निम्नलिखित हैं:
- कैल्शियम सप्लीमेंट्स: कैल्शियम बोन का मुख्य घटक होता है और अधिकतर बोन समस्याओं के लिए सलाह दी जाती है।
- विटामिन डी सप्लीमेंट्स: विटामिन डी बोन्स के लिए अत्यंत आवश्यक होता है, क्योंकि यह कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता है।
- मैग्नीशियम सप्लीमेंट्स: मैग्नीशियम बोन हेल्थ के लिए आवश्यक होता है और यह कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता है।
- कोलेजन सप्लीमेंट्स: कोलेजन बोन्स के लिए उपयोगी होता है और इसकी गतिविधि के कारण यह बोन्स को मजबूत बनाता है।
- ओमेगा-3 फैटी एसिड सप्लीमेंट्स: ओमेगा-3 फैटी एसिड अधिकतर बोन समस्याओं के लिए उपयोगी होता है।
- यदि आप बोन हेल्थ सप्लीमेंट्स के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आप अपने डॉक्टर से परामर्श कर सकते हैं।
एक न्यू स्टडी में पता चला है की जो लोग डेली Aspirin का प्रयोग करते है उनके stomach में bleeding हो सकता है इसलिए doctor से सलाह लेकर ही प्रयोग कीजिये।
हड्डी मजबूत करने के लिए कौन सा फल खाना चाहिए
हड्डियों के लिए कई फल बहुत फायदेमंद होते हैं, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:
- अंगूर: अंगूर में विटामिन सी, कैल्शियम और एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो हड्डियों को मजबूत करने में मदद करते हैं।
- सेब: सेब में फाइबर और विटामिन सी होते हैं जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं।
- आम: आम में विटामिन सी, विटामिन के और पोटैशियम होता है जो हड्डियों को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
- संतरा: संतरा में विटामिन सी, कैल्शियम और पोटैशियम होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।
- अमरूद: अमरूद में विटामिन सी, फाइबर और पोटैशियम होता है जो हड्डियों के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
इन फलों को अपने आहार में शामिल करके आप अपनी हड्डियों को मजबूत बना सकते हैं। यह सलाह दी जाती है कि आप एक स्वस्थ और संतुलित आहार अपनाएं और अपने चिकित्सक की सलाह पर विटामिन या मिनरल की खुराक लें।
हड्डियां कमजोर होने के कई कारण हो सकते हैं। निम्नलिखित कुछ मुख्य कारण हैं: उम्र बढ़ना: जैसे जैसे हम बड़े होते हैं, हमारी हड्डियां भी कमजोर होती हैं। नुस्खाएं: कुछ ऐसी दवाएं और नुस्खे होते हैं जो हड्डियों को कमजोर करते हैं। उदाहरण के लिए, लंबे समय तक कॉर्टिकोस्टेरॉइड दवाओं का सेवन करने से हड्डियां कमजोर हो सकती हैं। भोजन की कमी: हमारे खाने में प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन डी और अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्व होने चाहिए, लेकिन यदि हमारा आहार इन तत्वों की कमी वाला होता है, तो हमारी हड्डियां कमजोर हो सकती हैं। शारीरिक निष्क्रियता: शारीरिक निष्क्रियता से अर्थात् न काफी शारीरिक गतिविधियों करने से भी हड्डियां कमजोर हो सकती हैं। थायरॉयड की समस्या: थायरॉयड की समस्याएं भी हड्डियों को कमजोर कर सकती हैं।हड्डियां कमजोर होने के कई कारण हो सकते हैं। निम्नलिखित कुछ मुख्य कारण हैं: उम्र बढ़ना: जैसे जैसे हम बड़े होते हैं, हमारी हड्डियां भी कमजोर होती हैं। नुस्खाएं: कुछ ऐसी दवाएं और नुस्खे होते हैं जो हड्डियों को कमजोर करते हैं। उदाहरण के लिए, लंबे समय तक कॉर्टिकोस्टेरॉइड दवाओं का सेवन करने से हड्डियां कमजोर हो सकती हैं। भोजन की कमी: हमारे खाने में प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन डी और अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्व होने चाहिए, लेकिन यदि हमारा आहार इन तत्वों की कमी वाला होता है, तो हमारी हड्डियां कमजोर हो सकती हैं। शारीरिक निष्क्रियता: शारीरिक निष्क्रियता से अर्थात् न काफी शारीरिक गतिविधियों करने से भी हड्डियां कमजोर हो सकती हैं। थायरॉयड की समस्या: थायरॉयड की समस्याएं भी हड्डियों को कमजोर कर सकती हैं।
मानव शरीर में कई प्रकार की हड्डियां होती हैं, जो निम्नलिखित हैं: लम्बी हड्डियां: लम्बी हड्डियां शरीर के लंबे भागों में होती हैं, जैसे बाहु, फीमर और टिबिया। ये हड्डियां सबसे अधिक मजबूत होती हैं और इसके साथ ही साथ ये सबसे ज्यादा तनाव में रहती हैं। छोटी हड्डियां: छोटी हड्डियां शरीर के छोटे भागों में होती हैं, जैसे वक्ष, कलाई, जांघ और कूल्हे। इन हड्डियों का आकार छोटा होता है और ये लम्बी हड्डियों की तुलना में कम मजबूत होती हैं। अस्थि: अस्थि शरीर के मुख्य बोन माने जाते हैं। ये हड्डियां संख्या में अधिक होती हैं और इनका आकार बहुत छोटा होता है। अस्थि मांसपेशियों को अपने स्थान पर बांधते हुए शरीर का ढांचा बनाते हैं। शरीर के अन्य भागों में होने वाली हड्डियां: कुछ हड्डियां शरीर के अन्य भागों में भी होती हैं, जैसे कान की हड्डी, नाक की हड्डी और दांतों की हड्डियां।
हड्डियों में दर्द कई कारणों से हो सकता है, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं: ऑस्टियोपोरोसिस: यह हड्डियों की कमजोरी की स्थिति है जो उम्रदराज लोगों में अधिक होती है। यह शरीर में कैल्शियम और अन्य मिनरल्स की कमी के कारण होता है जो हड्डियों को कमजोर बनाती है। ऑस्टियोअर्थराइटिस: यह एक विकार है जो जोड़ों और हड्डियों को प्रभावित करता है। इसमें जोड़ों के चारों ओर की आवाजों की कमी होती है जो दर्द के कारण होती है। इन्फेक्शन: कई बार हड्डियों में इन्फेक्शन हो जाता है जो दर्द का कारण बन सकता है। गतिरोग: यह हड्डियों और जोड़ों के विकारों में से एक है जो दर्द का कारण बन सकता है। इसमें शरीर के अलग-अलग भागों में दर्द और स्थायी स्थानों की स्थिति शामिल होती है। शारीरिक चोट या अपघात: हड्डियों में दर्द का सबसे सामान्य कारण शारीरिक चोट या अपघात होने पर होता है।