World Wildlife Day in Hindi : World Wildlife Day क्या है?
Published Admin |
Date: 2023-03-03
World Wildlife Day क्या है? World Wildlife Day हर साल 3 मार्च को मनाया जाता है। यह विश्व भर में वन्य जीवन के संरक्षण को बढ़ावा देने वाला एक अंतर्राष्ट्रीय उत्सव है। यह दिन वन्य जीवन की महत्वता को बताने, उनकी संरक्षण की जागरूकता फैलाने, और संबंधित समस्याओं के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है।
इस दिन के माध्यम से, लोग वन्य जीवन की जानकारी बढ़ाते हैं, उनके संरक्षण के लिए कदम उठाते हैं, और वन्य जीवन को ध्यान में रखते हुए सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक संरचनाओं के विकास में भी अपना योगदान देते हैं।
2023 में World Wildlife Day का थीम Sustaining all life on Earth है, जो मानव जीवन और अन्य सभी जीवन रूपों के लिए संरक्षण की आवश्यकता को बताता है।
विश्व वन्यजीव दिवस क्यों मनाया जाता है?
विश्व वन्यजीव दिवस का मुख्य उद्देश्य वन्य जीवन की संरक्षण की जागरूकता फैलाना और उनकी बचाव की ज़िम्मेदारी को सामाजिक रूप से सुनिश्चित करना है। इस दिन के माध्यम से, लोग वन्य जीवन के महत्व को बताते हैं और उनकी रक्षा की जागरूकता फैलाते हैं।
वन्य जीवन धरती पर हमारे पास मौजूद सबसे मूल्यवान धन है। वे न केवल इस धरती के प्राकृतिक संतुलन को बनाए रखने में मदद करते हैं, बल्कि हमारे जीवन का संचालन भी सुनिश्चित करते हैं। ये जीवन रूप अनुपम अनुभव और संवेदनशीलता देते हैं जो हमें संसार के अन्य सभी जीवन रूपों से अलग करते हैं। इसलिए, इन्हें संरक्षित रखना महत्वपूर्ण है।
विश्व वन्यजीव दिवस का चयन 20 दिसंबर 2013 को यूनाइटेड नेशंस जनरल असेम्बली द्वारा किया गया था। इस दिन को उन्होंने वन्य जीवन की संरक्षण की ज़िम्मेदारी को सामाजिक रूप से सुनिश्चित करने के लिए चुना था।
वन्य जीव बोर्ड की स्थापना कब हुई?
वन्य जीव बोर्ड की स्थापना 1952 में हुई थी। भारत सरकार ने वन्य जीव संरक्षण के मामले में एक अधिनियम बनाया था जिसमें इस बोर्ड की स्थापना का प्रावधान था। वन्य जीव बोर्ड भारत सरकार के वन्य जीव संरक्षण विभाग के अंतर्गत आता है और इसका मुख्य कार्य भारत के वन्य जीव संरक्षण के लिए नीतियों, योजनाओं, अध्ययन और संशोधन का संचालन करना है।
वन्यजीव संरक्षण सप्ताह मनाने का क्या है महत्व?
वन्यजीव संरक्षण सप्ताह का महत्व वन्य जीवन के संरक्षण के महत्व को बताने और लोगों को वन्य जीवन की संरक्षा की ज़रूरत को समझाने में है। यह सप्ताह वन्यजीव संरक्षण संबंधित संगठनों, सरकारों और नागरिक समुदायों के बीच भूमिका निभाता है।
वन्य जीवन की संरक्षण की ज़रूरत बढ़ती जा रही है क्योंकि इसके लिए प्रकृति और मानव समुदाय दोनों के बीच संतुलन की आवश्यकता होती है। वन्यजीव संरक्षण सप्ताह दुनिया भर में विभिन्न विषयों पर जागरूकता फैलाता है, जिनमें वन्य जीवन के संरक्षण के लिए कानूनों और नीतियों की ज़रूरत, जंगलों की ज़रूरत, वन्यजीवों के बीच संबंध, वन्य जीवन संरक्षण के लिए तकनीकी उन्नयन और वन्यजीवों के विविधता के बारे में होते हैं।
वन्यजीव हमारे लिए बहुत उपयोगी होते हैं। कुछ महत्वपूर्ण उपयोगों में निम्नलिखित शामिल हैं: जीवनशैली का उत्पादन: वन्यजीव हमारे लिए उपयोगी जीवनशैलियों को उत्पन्न करते हैं। वे बहुत से खाद्य उत्पादों, औषधियों, बस्तर के सामग्री, चमड़े, ज्वालामुखियों आदि के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। प्राकृतिक संतुलन के लिए महत्वपूर्ण: वन्यजीव हमारी प्रकृति के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। वे जंगली क्षेत्रों में एक प्राकृतिक संतुलन बनाये रखते हैं, जिससे जंगली पौधों और पशुओं के अलावा उन्हें अपने आस-पास के भूमि, वातावरण, जल और वायु से भी लाभ होता है। पर्यटन उद्योग के लिए महत्वपूर्ण: वन्यजीव हमारे देशों के पर्यटन उद्योग के लिए भी महत्वपूर्ण होते हैं। वन्यजीव पार्क, वन्यजीव अभयारण्य, निष्क्रिय जंगल इत्यादि पर्यटकों को आकर्षित करने में मदद करते हैं।
हमें जानवरों का संरक्षण करना बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि वे हमारे प्राकृतिक संसाधन हैं और हमारे प्रकृति और जीव-जंतु विविधता का एक महत्वपूर्ण अंग हैं। जानवरों का संरक्षण करने के कुछ कारण निम्नलिखित हैं: जीव-जंतु विविधता की संरक्षण: जीव-जंतु विविधता हमारे प्राकृतिक संसाधनों में से एक है और हमारे अस्तित्व के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। जानवरों को संरक्षित रखना हमें उनकी बढ़ती हुई संख्या को कम करने से रोकता है और विविधता के लिए एक अहम संसाधन बनाए रखता है। प्राकृतिक प्रक्रियाओं का संतुलन बनाए रखना: जानवरों का संरक्षण हमें प्रकृति की तरह काम करने में मदद करता है। वे खाद्य श्रृंखला का हिस्सा होते हैं, वनस्पतियों के बीज और वित्तीय पौधों को फैलाने में मदद करते हैं और प्राणियों को खाद्य प्रदान करते हैं।
पहला जंगली जानवर जो पृथ्वी पर आया था वह वर्षावनों में रहने वाला पहला जानवर था और उसका नाम प्रोटो-जिराफ था। इसके अलावा, दुनिया में सबसे पुराने जीव-जंतु जिनकी खोज हुई है, वे कैम्ब्रियन पेरीयड के होते थे जिनका नाम त्रिलोबाइट था।