world malaria day in hindi: मलेरिया दिवस क्या है, और कब क्यों कैसे मनाया जाता है?
Published Balindra Kumar |
Date: 2023-04-23
Malaria day 2023 theme, विश्व मलेरिया दिवस 2022 की थीम in english, hindi, डेंगू दिवस कब मनाया जाता है, विश्व फाइलेरिया दिवस कब मनाया जाता है, पहला विश्व मलेरिया दिवस कब मनाया गया था?, मच्छर दिवस कब मनाया जाता है, राष्ट्रीय मलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम, टाइफाइड दिवस कब मनाया जाता है?
विश्व मलेरिया दिवस क्यों मनाते हैं? विश्व मलेरिया दिवस in hindi |मच्छर दिवस कब मनाया जाता है? डेंगू दिवस कब मनाया जाता है?
विश्व मलेरिया दिवस 25 अप्रैल को क्यों मनाया जाता है? : विश्व मलेरिया दिवस को प्रति वर्ष 25 अप्रैल को मनाया जाता है। इस दिन को विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा मनाया जाता है जो मलेरिया जैसी एक खतरनाक बीमारी से लड़ने और इसे रोकने के लिए विश्वव्यापी अभियान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू किया गया था।
विश्व मलेरिया दिवस का मुख्य उद्देश्य मलेरिया से लड़ने के लिए जागरूकता फैलाना होता है। यह दिन लोगों को मलेरिया के कारणों, उपचार, रोकथाम एवं इस बीमारी से बचाव के तरीकों के बारे में जागरूक करता है। इस दिन के अंतर्गत संबंधित संस्थाओं, सरकार और लोग एक साथ आक्रमण के संभावनाओं को कम करने के लिए एक नेतृत्व बनाते हैं।
malaria rog kaise hota hai | malaria rog ke upchar | malaria rog kisse failta hai | malaria rog kya hai
मलेरिया रोग कैसे होता है?
मलेरिया एक जीवाणु से होने वाली बीमारी होती है जो एनोफीली एवं समान मच्छरों द्वारा फैलाई जाती है। यह एक प्रकार का परजीवी होता है जो मानव शरीर के अंदर घुसकर रक्त संचार करता है।
जब एक संक्रमित मच्छर मनुष्य के रक्त में जीवाणुओं को छोड़ता है, तो वे शरीर के ऊपरी भाग में एक जीवाणु संक्रमण रूप में विकसित हो जाते हैं। इससे मलेरिया के लक्षण जैसे बुखार, थकान, सिरदर्द आदि दिखाई देते हैं।
जब इन जीवाणुओं के संग्रह के साथ शरीर के ऊपरी भाग में अधिक संक्रमण होता है, तो वे अंतिम रूप से अंतःश्वसन और मनोवृत्ति में बदल जाते हैं। इससे मलेरिया बीमारी के गंभीर रूप जैसे कि जंगली बुखार, उच्च ज्वर, फैलाव वाले मलेरिया, आदि विकसित होते हैं जो जीवन को खतरे में डाल सकते हैं।
मलेरिया की खोज कब हुई? - malaria ki khoj kab aur kisne ki
मलेरिया की खोज 1880 में फ्रांसीसी डाक्टर एल्फ्रेड लावरान द्वारा हुई थी। उन्होंने मलेरिया के जीवाणु पर अपने शोध के दौरान विस्तार से अध्ययन किया था। उन्होंने इस बीमारी के कारक जीवाणु का पता लगाया था जो बाद में प्लास्मोडियम फाल्सिपारम नाम से जाना जाता है।
इसके बाद 1897 में ब्रिटिश डाक्टर रॉनाल्ड रॉस ने इस बीमारी के मच्छरों द्वारा प्रसार होने और इसका इलाज करने के बारे में अध्ययन किया था। उन्होंने मलेरिया के जीवाणु के चक्र को समझने में मदद की थी जिससे बाद में इस रोग के उपचार में सुधार हुआ था।
दुनिया के सबसे जहरीले तरल क्या है? - Scorpion Venom Kya Hai
Malaria day 2023 theme : मलेरिया दिवस 2023 थीम
विश्व मलेरिया दिवस 2023 को शून्य मलेरिया देने का समय: निवेश, नवाचार, कार्यान्वयन विषय के तहत चिह्नित किया जाएगा।
विश्व का पहला मलेरिया टीके का नाम क्या है?
विश्व का पहला मलेरिया टीका डीटीवी/एसपीएफ (DTP/SPF) है। यह टीका 1940 के दशक में विकसित किया गया था और मलेरिया के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता था। हालांकि, इस टीके का प्रभाव मलेरिया को पूरी तरह से रोकने में नहीं था। वर्तमान में, दुनिया भर में कई विभिन्न मलेरिया टीके उपलब्ध हैं जो मलेरिया के विभिन्न प्रकारों के खिलाफ संरक्षण प्रदान करते हैं।
टाइफाइड दिवस कब मनाया जाता है?
टाइफाइड दिवस 28 जुलाई को मनाया जाता है। यह दिन टाइफाइड बुखार से जुड़ी जागरूकता फैलाने और इस बीमारी के विरुद्ध लड़ाई में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। टाइफाइड एक खतरनाक बुखार है जो एक विशिष्ट प्रकार के सलाइमोनेला नामक बैक्टीरिया के कारण होता है। यह बुखार आमतौर पर अशुद्ध खाने-पीने के कारण होता है। टाइफाइड दिवस को विशेष रूप से उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है जो टाइफाइड से जुड़ी जानकारी और संरक्षण के बारे में अधिक जानना चाहते हैं।
World Malaria Day: क्यों मनाया जाता है World Malaria Day ? जानें इसका इतिहास
मलेरिया बुखार के लक्षण बुखार, ठंड, पसीना, सिरदर्द, थकान, शरीर में दर्द और मांसपेशियों के दर्द शामिल हो सकते हैं। इन लक्षणों के साथ ही, व्यक्ति को व्यवहार में बदलाव भी महसूस होता है जैसे कि भूख न लगना, उलझन महसूस करना या उन्हें नींद न आना। ये लक्षण आमतौर पर मलेरिया के शुरुआती दिनों में होते हैं लेकिन कुछ लोगों में इन लक्षणों की अवधि कुछ दिनों से कम या अधिक हो सकती है। यदि कोई व्यक्ति मलेरिया से पीड़ित है, तो उनकी तबीयत गंभीर हो सकती है और वे उच्च बुखार, त्वचा के नीले या हरे रंग के दाग, श्वसन दर में वृद्धि, बेहोशी या अशक्ति, गम्भीर मांसपेशियों के दर्द और दमा जैसी गंभीर समस्याओं का सामना कर सकते हैं। इसलिए, अगर आप मलेरिया से पीड़ित होने के लक्षणों का सामना कर रहे हैं, तो आपको तुरंत एक डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
हम विश्व मलेरिया दिवस 25 अप्रैल को मनाते हैं। इस दिन का मुख्य उद्देश्य मलेरिया जैसी एक गंभीर बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाना है और लोगों को इस बीमारी से बचाव और इसके इलाज के बारे में जानकारी देना है। विश्व मलेरिया दिवस का उद्देश्य लोगों को इस बीमारी से जुड़ी जानकारी देने के साथ-साथ दुनिया भर में इस बीमारी से निपटने के लिए संगठनों, सरकारों, वैज्ञानिकों और समुदायों को एक साथ आने के लिए प्रोत्साहित करना भी होता है। इस दिन के अंतर्गत विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम और अभियानों का आयोजन किया जाता है जिससे लोगों में इस बीमारी के बारे में जानकारी फैलती है और उन्हें इससे बचने और इसके इलाज के बारे में सही जानकारी मिलती है।
Time to deliver zero malaria: invest, innovate, implement - शून्य मलेरिया देने का समय: निवेश करें, नवाचार करें, लागू करें